Tarun's Diary-"तरुण की डायरी से .कुछ पन्ने.."

फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"

Showing posts with label अपने जन्मदिन पर खुद को. Show all posts
Showing posts with label अपने जन्मदिन पर खुद को. Show all posts
Wednesday, April 21, 2010

अपने जन्मदिन पर खुद को ...

›
अपने जन्मदिन पर खुद को ... आज उदास नहीं होउंगा नाही निराश होने दूंगा स्वयं को थोड़ा मुश्किल है जब सब और से घेरा हो अंधेरों ने अगर ये रात है ...
2 comments:
›
Home
View web version

About Me

My photo
Tarun / तरुण / தருண்
View my complete profile
Powered by Blogger.