Tarun's Diary-"तरुण की डायरी से .कुछ पन्ने.."

फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"

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Monday, April 5, 2010

इसलिए

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आधी शताब्दी बाद भी मच्छर , मलेरिया , और अशिक्षा से मुक्ति ना दिला पाया प्रशासन आतंकवाद से सुरक्षा का दावा करता है इसलिए हर घर में कछुवा ज...
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