Tarun's Diary-"तरुण की डायरी से .कुछ पन्ने.."

फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"

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Tuesday, June 7, 2011

मिथक को पोसते हम इंडियन

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ना एक अद्वितीय नाम ही  दे पाए विश्व को  उसने कहा इंडियन  और हम  इंडियन हो गए  कुछ नाखुदा सरफिरे  आधी रात को  बैठे और जमीन बाट आये  बोले  य...
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