Tarun's Diary-"तरुण की डायरी से .कुछ पन्ने.."

फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"

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Friday, March 31, 2023

लिखने का नैतिक दुस्साहस !

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लिखने का नैतिक दुस्साहस ! करते है कुछ मेरे जैसे लोग कुछ तुम में से भी होंगे बिना जाने कि कैसे एक एक शब्द एक एक वाक्य तुम्हारा पर्याय बन जुट ...
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