Tarun's Diary-"तरुण की डायरी से .कुछ पन्ने.."

फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"

Showing posts with label लोकतंत्र. Show all posts
Showing posts with label लोकतंत्र. Show all posts
Thursday, February 23, 2023

न्याय भी तो समय ही है ना .. ?

›
(दृश्य एक ) ----- कोई  कब्र खोदता है  अँधेरे की  गाड़ता है  समय की निशानी  एक शिलालेख  जिस पर  बना है कोई चिन्ह  और नीचे लिखा है  "मुझे...
›
Home
View web version

About Me

My photo
Tarun / तरुण / தருண்
View my complete profile
Powered by Blogger.