Tarun's Diary-"तरुण की डायरी से .कुछ पन्ने.."

फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"

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Friday, April 7, 2023

और आत्मसम्मान बिकने लगा

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पापा ! मुन्नू के पापा उसे कार से स्कूल छोड़ते है ... और आप फीस के लिए गुल्लक तोड़ते है ? मैं आजकल थोड़ा उदास रहता हू... अपना दुःख भीतर ही सह...
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