Tarun's Diary-"तरुण की डायरी से .कुछ पन्ने.."

फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"

Showing posts with label Happy New Year Tarun. Show all posts
Showing posts with label Happy New Year Tarun. Show all posts
Monday, December 27, 2010

नव वर्ष तुम कैसे हो ?

›
नव वर्ष तुम कैसे हो ? नया वर्ष बस आने को था तो सोचा हाल चाल पुछू पुछू कि इस बरस कैसा रहेगा लाभ हानि जमा खर्च का अनसुलझा गणित और कैसी तबियत र...
›
Home
View web version

About Me

My photo
Tarun / तरुण / தருண்
View my complete profile
Powered by Blogger.