Tarun's Diary-"तरुण की डायरी से .कुछ पन्ने.."

फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"

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Thursday, April 27, 2023

श्रीकृष्ण अर्जुन संवाद : अर्जुन विषाद योग (श्रीमद्भगवद्गीता प्रथम अध्याय )

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स्वयं के लिए  दिव्य चक्षु न स्वीकार , मांगे थे सारथी को ? क्योंकि  सुन ही सकता था  वह  पदचाप ! अपने , पराये , ...
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Tarun / तरुण / தருண்
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