Friday, March 19, 2021

उफ़्फ़ ये बेहया बेलग़ाम आँकड़े !

 





एक तरफ बैठे थे
अफसरां लेकर के
बेरोज़गारी
अपराध और
बेपटरी अर्थनीति के
भयावह आँकडे !

दूजी और भी
वैसे ही मातहत
डरा रहे थे ..
दिखा-दिखा कर
महामारी ,
जनसंख्या ,
आत्महत्या और
नारी उत्पीड़न के
निर्लज्ज सूचकांक

बीच में
बेचारे???
मंत्री जी
सर पर हाथ धरे
बुदबुदा रहे थे
आलाकमान से ..
 
अब तो
हद ही पार कर दी है
कम्बख्तों ने  ..
हम सदन में
बाद में
करते रहेंगे बहस
आप तो
ताबड़तोड़
महामना के
पूर्व-हस्ताक्षरित
राजपत्रों पर
राष्ट्रवाद से आप्लावित !
एक और ... ?
फड़कता हुआ !!
अच्छा सा ???
अध्यादेश निकलवाईये  ...

समय आ गया है
ईन्हें  भी
विधान? की
थोड़ी तो मर्यादा
रखनी होगी !!
अब हमें ही
ईन भटके हुवे
आंकड़ों की
लग़ाम कसनी होगी !!!