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Wednesday, June 16, 2010

आपस की बात Day 1

दिल तो है दिल
दिल तो पागल है
दिल ही तो है
ये दिल ना होता बेचारा
आदि
ना जाने कितने जुमलो से
सताया दिल को
फिर
दिल टूट गया एक दिन
तो रोना लेकर बैठे
दिल तोड़ने वाले
दिल तोड़के जाते हो
टूटे हुवे दिल से
वगैरह वगैरह
अरे भाई
दिल एक है
और कीमती भी
व्यस्त भी
और
तुम्हारे कारण
त्रस्त भी
उसे अपने कारण नहीं
तुम्हारी गलतियों के कारण
करवाना पड़ते है
तीन तीन बाइपास
और
तुम्हारे चक्कर में बेचारा
हो जाता है
नापास
तुम तो झट कह देते हो
यार हार्ट फेल हो गया
अरे कभी
किसी को
ये कहते सुना है
कि हमारा दिल अव्वल आया है
लो मिठाई खालो
नहीं ना
तो हमसे कुछ नुस्खे ले लो
मुफ्त नहीं मिलेंगे
यहाँ ससुरी सबको
मुफ्त की बड़ी चाट लगी है
अभी मुफ्त दे दूंगा
तो कल कौन पूछेगा
तो भाई
कीमत मैं बाद में वसुलुंगा
आखिर में ..
पहले नुस्खे नोट कीजिये
नुस्खा नंबर एक
बन जाइए नेक
ना की घुटने टेक
भाई भीतर के स्वाभिमान को
जिलाए रखिये
और
इसके लिए
एक शौक जरुर पालिए
क्या कहा
शौक नहीं पालते
पालना भी नहीं चाहते
तो
एक कुत्ता पाल लीजिये
क्या कहा
कुत्ते से एलर्जी है
कुत्ता काट लेता है
कुत्ता गन्दगी करता है
लीजिये
अभी नुस्खे देना
शुरू भी नहीं किया
और नखरे शुरू

चलिए नुस्खा नंबर दो
अपना नंबर दो
हां हां
अपना नंबर दीजिये
और मेरा लीजिये
अगर लड़का है
तो लड़की को
आंटी है तो अंकल को
कवि है तो श्रोता को
कवि , कवि को भी दे सकते है
क्या कहा
आपने दिया है
और आप ज्यादा परेशान है
किसको दिया
बीमा वाले को
बैंक वाले को
रिकवरी वाले को भी
अरे बाप रे उनको भी
चलिए छोडिये
आपकी समस्या
ज्यादा गंभीर है
आप बात ही
पूरी नहीं सुनते
कान की दवा आँखों में
आँखों की वहा
जाने क्या क्या करते है

नुस्खा नंबर तीन
हो जाओ तल्लीन
हां
किसमे
नहीं दारु बिलकुल नहीं
सेक्स भी योग्यता अनुसार
लिहाज शर्म और एहतियात के साथ
मैं तो
ध्यान की बात कर रहा हूँ
ध्यान दो बाबा
विषय से मत भटको
अब तुम क्या करने लगे
बाबा रामदेव खोल कर बैठ गए
अरे बाबा वो योग है
मैं ध्यान
ध्यान कि बात कर रहा हु
रुको
इससे पहले कि तुम और किसी
बाबा का चैनल
लगा लो
मैं सबसे आसान
एक दम घरेलु टैप का
नुस्खा बताता हु

दिल लगाओ
जी हां दिल को
काम में लगाओ
वो काम नहीं
अच्छा एक दिन
गलती से
सुबह उठो
जोगिंग सूट पहनो
और सड़क पर
गार्डन में
पार्क में
घूम आओ
तुम्हे दिल लगाने के
कई सामान मिलेंगे
और
मौके भी
तो क्या कहते हो
मिले सुबह
कहा पार्क में या
मैदान में
अजी साहब
सुबह जल्दी जागने
और भागने वालो से
दिल लगाइए
आपका दिल नहीं टूटेगा
और
फेल तो क्या
सप्लिमेंटरी भी नहीं आएगी
पास कराने की
हमारी गारंटी है साहब
अब लगे हाथो
फीस कि बात भी
कर डालते है
तो
जनाब
अब तो मुस्कुरा दो
आहा
ज़रा और , ज़रा और
ये हुई ना बात
तो ये थी आज की बात
क्या कहते हो
होती है
कल फिर मुलाक़ात
लिखना जरुर
कैसी लगी
ये
आपस की बात