Wednesday, August 26, 2020

ये राहें तरक्की औ वो रोड़े क़यामत

 
ये राहें तरक्की औ वो रोड़े क़यामत ...

सड़क
जो काटती थी
उसे
हर तरह
हर तरफ
दिन रात

गलती
पहाड़ ही की
रही होगी
जो ढह गया
एक दिन
उस पर ...
चुप-चाप | 
 
 
#landslide 
 

 

3 comments:

  1. धन्यवाद आदरणीय सुशील कुमार जोशी जी ।

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  2. शाद्वल शब्द का बहुत सुन्दर प्रयोग....आपकी कविताएं मन को छूने में कामयाब

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