खोदते रहे
सुरंगे बड़ी
खोखली सीलगती है ... !?!
#exploitation_of_natural_resources
#greed
फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"
#exploitation_of_natural_resources
#greed
बाहर ..
अंधेरों में
तूफ़ान चल रहा था कोई |
....
भीतर ..
दीये के
सूरज पल रहे थे कई ||