फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है |
शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है ||
Tarun Kumar Thakur,Indore (M P)
"मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"
Thursday, March 31, 2011
दिवानॊ का शहर है इन्दॊर
दिवानॊ का शहर है इन्दॊर , क्योंकि युवाऒ का शहर है इन्दॊर |
बस कहनॆ भर कॊ शहर है, रहबर है यार , दॊर-ऎ-बहर है इन्दॊर |
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