इत्तेफाक नहीं लगते एक मुझे उसके आंसू और बेबसी |
उसका दर्द , मुफलिसी बस तुम्हे इत्तेफाक लगता है ||
तमाम दुश्वारियों का तुझसे नाता बस इत्तेफाक लगता है |
मौका ऐ वारदात , क़त्ल, और तेरा होना इत्तेफाक लगता है ||
तू बेगुनाह "मन" उनके साथ तेरा होना अजब इत्तेफाक लगता है |
पैरवी , अगुवाई , सब जगह तेरा होना भी अब इत्तेफाक लगता है ||
इस मुल्क का होना जैसे नागवार उनको, एक इत्तेफाक लगता है |
हर आफत की पैदाइश और एक "जनपथ" फिर इत्तेफाक लगता है ||
हर इत्तेफाक से इत्तेफाक खूब ,क्या ये भी बस इत्तेफाक लगता है |
तेरा होना ना होना भी "मन", सब इत्तेफाक ही इत्तेफाक लगता है ||
"आपातकाल", "बोफोर्स", "घोटाला युग" इत्तेफकों का सिलसिला है |
मुझे तो सब बेसबब ही बस सिलसिला - ऐ- इत्तेफाक लगता है ||
मुझे तो सब बेसबब ही बस सिलसिला - ऐ- इत्तेफाक लगता है ||
अब इत्तेफाक लगता है |यह इत्तफ़ाक नहीं सच्चाई है | नए विषय को उकेरा है, बहुत सुन्दर
ReplyDeleteawesome but unable to understand cartoon, whats this disc like device holding our pm?
ReplyDeleteexcellent cartoon. it says that PM and President both are just puppets in the hand of that waitress sonia, who has unfortunately put the title of gandhi in her name
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