मैं एक मानव हूं और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है उससे मुझे मतलब है.
-भगत सिंह
भगत नहीं छपा करते नोटों पर
भगत नहीं बिकते बाजारों में
भगत की बोली नहीं लगती
भगत विचारों ही से हिला देते है
भगत जब बोलते है सब सुनते है
भगत मिट कर भी खामोश नहीं होते
भगत बदलते नहीं बदल देते है
भगत होने के लिए सिर्फ कलेजा चाहिए
भगत जिंदाबाद सुनने तक नहीं जीते
भगत के लिए कोई क्या करेगा
भगत का कर्ज चुकाना मुमकिन नहीं
भगत का भूल जाना मुमकिन है
भगत को भुला पाना मुमकिन नहीं
भगत ने बनाया जिस हिन्दोस्तां को
भगत को वहा मिटा पाना मुमकिन नहीं
भगत सिंह अंग्रेजो के न्यायप्रियता के मुखौटे को नोच फेकने वाले शेर का वो पंजा था जिसने एक ही वार से कभी ना डूबने वाला फिरंगी गुमान को जमीं पे दे मारा था जिसकी गूंज डिबिया जैसा सिकुड़ा ब्रितानी समाज आज भी सुनता है ।