फिर कोई लोभ का रावण , साधू सा वेश धर वोट मांगता है | शहीदों ने खिंची थी जो लक्ष्मण रेखा वो फिर लहू मांगती है || Tarun Kumar Thakur,Indore (M P) "मेरा यह मानना है कि, कवि अपनी कविता का प्रथम पाठक/श्रोता मात्र होता है |"
Wednesday, March 29, 2023
माँ महागौरी तेरी महिमा अपरम्पार
Wednesday, March 8, 2023
माँ तुम कैसी हो ?
माँ तुम कैसी हो ?
आज
पूछना चाहा
मगर
फोन नहीं लगा |
अगर
लग भी जाता
तो
ज्यादा बात नहीं होती|
वही
हमेशा की तरह
कैसे हो बेटा
हम सब ठीक है ,
अपना ख्याल रखना,
आदि
दोहराए जाते |
माँ मैं तुमसे कहना चाहता हू, कई बाते मगर तुम उसे टाल दोगी | जानता हू पूरा बचपन और जवानी गुजार दी मैंने , तुम्हारे आँचल की कवचनुमा छाव में , अब किसी और से उस गोद उस स्नेह स्पर्श आँचल और काँधे की उम्मीद सपना भर लगती है | फिर भी
बहुत घनी
है,
अब भी
उन यादों की छाव ,
गुजारने को
सौ जीवन ,
हो चाहे
नरक सामान ...
माँ तुम क्या हो ये सिर्फ मैं जानता हू | तुम भी शायद ये ना जान पाओगी , कितना अनोखा है ना माँ-बेटे का ये रिश्ता ! आज जब अपने बेटे को , उसकी माँ की गोद में मचलते, अनुनय करते , दुलारे जाते देखता हू तो अनायास उस स्राष्टिकर्ता पर उसके अजब करतब पर
बस
हैरान होकर
रह जाता हू
अपने बेटू की
प्यारी "मम्मी" को
मै भी
कभी कभी .....
"माँ"
कह जाता हू !
~ महिला दिवस की शुभकामनाए ~
Saturday, March 4, 2023
एक ख़राब दिन , एक अच्छा दिन
Thursday, February 23, 2023
न्याय भी तो समय ही है ना .. ?
(दृश्य एक )
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Sunday, February 19, 2023
सुलगता बसंत
तुम भी
Wednesday, February 8, 2023
मुझे कुछ कहना है !
अनाम से
फिर केसरी तो
सबसे अच्छा है !
Tuesday, January 31, 2023
ये बजट कुछ अज़ीब है
पूछना हो गर
जा के पूछ ले
अबके जो बजट मिले